Sunday, August 03, 2025

विटामिन डी

 खून में विटामिन डी का स्तर 30 नैनोग्राम से ऊपर होना चाहिए. लेकिन विटामिन डी का स्तर 10 नैनोग्राम से कम हो जाए, तो इसे गंभीर कमी माना जाता है.

सूर्य की अल्ट्रा-वायलेट किरणें जब त्वचा पर पड़ती हैं, तो त्वचा की ऊपरी परत में मौजूद 7-डिहाइड्रोकॉलस्टेरॉल नामक कंपाउंड विटामिन डी-3 में बदल जाता है. इसके बाद लिवर और किडनी इसे विटामिन डी में बदलते हैं.

एक अध्ययन के अनुसार, किसी भारतीय को अगर 30 नैनोग्राम जितना पर्याप्त विटामिन डी का लेवल चाहिए, तो उसे रोजाना कम से कम 2 घंटे तक चेहरे, हाथ और बांहों पर सीधी धूप लगानी चाहिए.

यदि किसी को न्यूनतम 20 नैनोग्राम विटामिन डी पाना है, तो कम से कम एक घंटे तक रोजाना बाहर रहना जरूरी है.

''सूर्य की यूवीबी किरणें ही शरीर में विटामिन डी बनने में मदद करती हैं. अध्ययन से पता चला है कि ये किरणें आमतौर पर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अधिक मात्रा में मिलती हैं."

"सुबह जल्दी या शाम के समय सूरज की किरणों में यूवीए ज़्यादा होता है, जो विटामिन डी के निर्माण में सहायक नहीं होता. इसलिए सूरज की रोशनी तेज़ दिखने के बावजूद सुबह-सुबह उसमें खड़े होने से विशेष लाभ नहीं होता.''

इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि पृथ्वी के वायुमंडल में सूर्य जब क्षितिज के क़रीब होता है (यानी सुबह या शाम), तो यूवीबी किरणें उसमें से गुजरते हुए बहुत हद तक अवरुद्ध हो जाती हैं.

जब सूरज का एंगल 45 डिग्री से कम होता है, तो ये किरणें ज़्यादातर ज़मीन तक पहुंच ही नहीं पातीं.

अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हेल्थ के मुताबिक़, हाथ, पैर और चेहरे को सिर्फ़ 5 से 30 मिनट तक धूप में रखना ही काफ़ी होता है. इससे ज़्यादा देर धूप में नहीं रहना चाहिए.

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की वेबसाइट के एक आर्टिकल के मुताबिक़, शरीर का 10% हिस्सा सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच (अमेरिका में) धूप में रखना चाहिए.

विटामिन डी की कमी के लक्षण

थकान, जोड़ों में दर्द, पैरों में सूजन, लंबे समय तक खड़े रहने में कठिनाई, मांसपेशियों की कमजोरी और मानसिक तनाव- ये सभी विटामिन डी की कमी के लक्षण हो सकते हैं.

डॉक्टर पीटर कहते हैं, ''तेज़ रफ्तार जीवनशैली के कारण भारतीय लोग विटामिन डी की कमी को गंभीरता से नहीं लेते. लेकिन यह धीरे-धीरे शरीर के हर हिस्से को कमजोर करता है. उम्र बढ़ने पर इसकी वजह से हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों में काफ़ी दर्द हो सकता है.''

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